History of alif laila in hindi
History of alif laila in hindi
Alif laila urdu!
अलिफ़ लैला
अलिफ लैला या (फ़ारसी: हज़ारो यक शब, अरबी: अल्फ़ लैला व लैला, अंग्रेजी:अरेबियन नाइट्स) अरबी कहानी की किताब यह भी पढ़ें की कथाएं मूलतः विशेषकर बाल-साहित्य के क्षेत्र में। अधिकतर रचनाएं प्राचीन भारत, ईरान तथा अरब देशों की पौराणिक कथाओं का संग्रह है। कहानियाँ अति कल्पनाशील, तिलस्मी तथा जादुई घटनाओं से भरी हुई हैं। आलिफ लैला की प्रमुख कहानियों में - सिंदबाद की सात समुद्री यात्राएं, आलादीन और जादुई चिराग, अली बाबा और चालीस चोर, बोलने वाली चिड़ियाँ, ख़जूर की गुठली , मुरगे की सीख, परी का कोप, सुराही का जिन्न आदि प्रसिद्ध हैं।
छबिया
[संपादित करें]कहानी
[संपादित करें]अलिफ लैला की कहानी अरब देश की एक प्रचलित लोक कथा है जो पूरी दुनिया में सदियों से सुनी व पढ़ी जाती रही है। 'अलिफ लैला' भारत में अपने अरबी नाम "अल्फ लैला" के प्रचलित बिगड़े हुए रूपके नाम से अधिक जाना जाता है। अरबी में अल्फ का अर्थ है एक हजार और लैला का अर्थ है रात यह हज़ार कहानियों का एक खूबसूरत गुलदस्ता है, जिसमें प्रत्येक कहानियां एक फूल की तरह है। इन कहानियों में प्यार, सुख, दुःख, दर्द, धेखा, बेवपफाई,